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 आज की सुबह लग रही कितनी प्यारी है सुनहरी धूप बिखरी क्यारी क्यारी है, दिसंबर की ठंड भी सूरज की किरणों से हारी है, चिड़ियों की बोली भी कह रही कहानी है  इस सर्दी में कितना अच्छा लग रहा ये गर्म पानी है, वाहनों का शोर भी लग रहा  जैसे कोई संगीत है , न जाने दिल क्यों आज इतना खुश है       धड़कने गा रही जैसे कोई गीत है।

दोस्ती एक अहसास

             याद करके जिसको भूल जाएं सारे गम,                                    कभी उस दोस्त की दोस्ती न हो कम।                     दोस्ती एक अहसास है,                                                       जो रहता हमेशा साथ है।                      दोस्ती होती है एक बार,                                                       चाहे मिलें लोग हजार।              नही टूटती कभी दोस्ती होती है अमर,                 ...

देखी जो उसकी पथराई आंखें

    देखी जो उसकी पथराई आंखे,             उसके दर्द से भर आई मेरी भी आंखें ।  कितना दर्द था उसकी आँखों में,              नहीं हो सकता है बयां मेरी बातों से।  इस हाल में छोड़ गए जिसके अपने,                  मर चुके हैं अब तो उसके सारे सपने,  अब तो आंसू भी नहीं निकलते उसकी आंखों से,                                                                                                           ऐसा  लगता है कि वो नहीं सोई कई रातों से ।       उसकी कहानी लिखते हुए,                 मेरी कलम को भी रोना  आता है,   कोई इंसान इतना स्वार्...

दोस्त ( मित्र )

      एक दोस्त होने से जिंदगी कितनी खूबसूरत होती है,        हर किसी को एक दोस्त की जरूरत होती है।                 कितना पवित्र है दोस्त का रिश्ता,                 दोस्त होता है जैसे कोई फरिश्ता।        गंदा करना नही इस रिश्ते को,        धोखा देना नही दोस्त नाम के फरिश्ते को।               दोस्ती होती है जैसे पूजा,               इसके जैसा नही है नाता दूजा।       साथ देना और याद रखना दोस्त को हर हाल में,       चाहे मिलो भले ही उससे कई साल में।              कभी मत सोचना दोस्त लड़की है या लड़का,              इससे क्या है फर्क पड़ता।      रूठ जाए अगर दोस्त तो उसको मना लेना,      इतने प्यारे रिश्ते को ऐसे ही न भुला देना।       ...

अपना जहां

          आओ बनाएं एक जहां इतना प्यारा,         प्यार ही प्यार हो जहां ढेर सारा।        सपनों सी सुंदर हो सबकी दुनियां,        बसती हों जिसमे सिर्फ खुशियां ही खुशियां।       ना हो कोई बंधन झूठी कसमों का,      ना हो कोई बोझ झूठी रस्मों का।      ना रहे किसी को किसी से कोई शिकवा गिला      बढ़ता रहे प्यार और चाहत का काफिला।      ना हो दिलों में झूठ का मैल,      ना खेले कोई प्यार का खेल।      बसता हो दिलों में सच,      फैलती रहे सच्चाई की बेल।     जो जिससे मिले प्यार से मिले,     ये जहां प्यार से प्यारा लगे।     समझे सभी सबको सपना,     पूरा हो जाए अपना सपना।     हो यह जहां इतना खूबसूरत,    सबको रहे सबकी जरूरत।    सब चाहें हमारे जहां में रहना,    इतने प्यारे जहां का क्या है कहना।    क्षमा, दया, प्यार, त...

चाह ( इच्छा)

                          चमकती है हमारी किस्मत सितारों जैसे,                   फिर भी हैं हम भिखारी जैसे।                  खुशियां है जीवन में बहारों की,                 फिर भी दिल में उदासी है वीरानों सी।                      नहीं मांगते कुछ भी,                 बस थोड़ा सा प्यार चाहिए।                दिल को सुकून आए जिसमे ,                  बस इतना करार चाहिए।                    नहीं चाह दौलत की,                  प्यार के मोती हजार चाहिए।                  प्यार ही प्यार हो जहां,...

सपना

 आज हमने एक पवित्र आत्मा को देखा,                                 उससे मिलकर लगा, उसके रूप में परमात्मा             ‌                                को देखा। ना बंगला, ना बड़ी गाड़ी, ना ढेर सारा पैसा,                                         पर था वो बिल्कुल फरिश्ते जैसा। ना थी फिक्र जिसे समाज और अपनी खुशियों की,                     उसे थी फिक्र सिर्फ उस औरत की खुशियों                                                         की। हालात और समाज ने, ला खड़ा किया था जिसे सड़क    ...

हमने देखा

 पल भर में हमने किस्मत को बदलते देखा।    कल तक खुशियों से आबाद                                        थी जिसकी दुनिया, आज उसकी दुनियां को हमने उजड़ते देखा।        पल भर में हमने किस्मत को                                       बदलते देखा।।            कल तक जो सुहागन थी,                                                                       उसकी मांग का सिंदूर                                  हमने बिखरते देखा।   पल भर में हमने किस्मत को बदलते देखा।। ...

नारी शक्ति

दहेज प्रथा

  मां के आंचल की कली, ममता की छांव में पली। सपनो के आंगन में, पापा की उंगली पकड़ कर चली। भाई के संग खेली , बहन की सच्ची सहेली। आंखों में सपने दिल में अरमान लिए, जाने कितनी जल्दी बड़ी हुई। माता पिता की जान थी जो घर आंगन की शान थी वो, डोली में बैठ आज विदा हो चली। बनी वो रौनक किसी और के घर आंगन में, किया समर्पण तन और मन से। कुछ दिन ससुराल में बड़े प्यार से रही जो, बाद में  मार और ताने सही वो। नहीं मिला चैन इतने से भी उन दरिंदों को, आखिर एक दिन दहेज की आग में जली वो। रोता छोड़ चली परिवार और सहेली , बन गई उसकी जिंदगी एक पहेली। खोया एक मां बाप ने अपने जिगर का टुकड़ा, लेट कर अर्थी पर दुनिया से चली वो। क्यों नहीं मिटती ये दहेज प्रथा, जो है हर लड़की की व्यथा। यही है समाज का सच , ना समझना इसको कथा।।

औरत तेरी यही कहानी

  औरत तेरी यही कहानी , अपने घर में रानी, ससुराल में नौकरानी। मां कहती थी बिटिया रानी , सासू मां कहती है महारानी । जानवर में और तुझमें कुछ तो है फर्क , वो रहता है फिर भी सुकून से, तेरी जिंदगी तो है नर्क । पूजा करो पति कि वो है परमेश्वर, क्या इस दुनियां में कहीं नहीं है ईश्वर , भेज दिया जिन्होंने तुझे इस दुनियां में लक्ष्मी बनाकर, क्या वो अब नहीं देखते , तेरे पति तुझे रोज जानवरों की तरह पीटते । वो भी कहते हैं जाकर मर जा कलंकिनी , जिनकी है तू जीवन संगिनी । सासू मां कहती हैं कि तू है मनहूस , क्योंकि उन्हें नहीं मिली है दहेज रूपी घूस । किस्मत लिखवाते समय क्या तू रही थी सो , यही है अब तेरी किस्मत जिंदगी भर रो । बनने जा रही है तू मां , खुशियां नहीं अपनी खैर मना , बेटा हुआ तो तू है बहूूरानी , नहीं तो बेटी के साथ देनी होगी तुझे , अपनी जान की भी कुर्बानी । औरत तेरी यही कहानी ।।