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दोस्त ( मित्र )


      एक दोस्त होने से जिंदगी कितनी खूबसूरत होती है,
       हर किसी को एक दोस्त की जरूरत होती है।

                कितना पवित्र है दोस्त का रिश्ता,
                दोस्त होता है जैसे कोई फरिश्ता।

       गंदा करना नही इस रिश्ते को,
       धोखा देना नही दोस्त नाम के फरिश्ते को।

              दोस्ती होती है जैसे पूजा,
              इसके जैसा नही है नाता दूजा।

      साथ देना और याद रखना दोस्त को हर हाल में,
      चाहे मिलो भले ही उससे कई साल में।

             कभी मत सोचना दोस्त लड़की है या लड़का,
             इससे क्या है फर्क पड़ता।

     रूठ जाए अगर दोस्त तो उसको मना लेना,
     इतने प्यारे रिश्ते को ऐसे ही न भुला देना।

            लाखों में कोई एक सच्चा दोस्त मिलता है,
            जो हर खुशी और गम में हमारे साथ रहता है।

     दोस्त से मिलकर मन खिलता है,
      यह वो तोहफा है जो किसी किसी को मिलता है।।

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