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औरत तेरी यही कहानी

  औरत तेरी यही कहानी , अपने घर में रानी, ससुराल में नौकरानी। मां कहती थी बिटिया रानी , सासू मां कहती है महारानी । जानवर में और तुझमें कुछ तो है फर्क , वो रहता है फिर भी सुकून से, तेरी जिंदगी तो है नर्क । पूजा करो पति कि वो है परमेश्वर, क्या इस दुनियां में कहीं नहीं है ईश्वर , भेज दिया जिन्होंने तुझे इस दुनियां में लक्ष्मी बनाकर, क्या वो अब नहीं देखते , तेरे पति तुझे रोज जानवरों की तरह पीटते । वो भी कहते हैं जाकर मर जा कलंकिनी , जिनकी है तू जीवन संगिनी । सासू मां कहती हैं कि तू है मनहूस , क्योंकि उन्हें नहीं मिली है दहेज रूपी घूस । किस्मत लिखवाते समय क्या तू रही थी सो , यही है अब तेरी किस्मत जिंदगी भर रो । बनने जा रही है तू मां , खुशियां नहीं अपनी खैर मना , बेटा हुआ तो तू है बहूूरानी , नहीं तो बेटी के साथ देनी होगी तुझे , अपनी जान की भी कुर्बानी । औरत तेरी यही कहानी ।।

सुन्दरकाण्ड मंगलाचरण संस्कृत और हिन्दी में

                                            🙏🙏🙏    शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाण शान्तिप्रदं                       ब्रह्माशम्भुफनीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्मं बिभुम् ।     रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं     बन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम् ॥१॥         नान्या स्पृहा  रघुपते हृदयेऽस्मदीये    सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा ।    भक्ति प्रयच्छ  रघुपुन्ड्ग्व  निर्भरां में     कामादिदोषरहितं कुरु मानसून च ॥२॥    अतुलितबलधामं  हेमशैलाभदेहं         दनुजवनकृशानुं  ज्ञानिनामग्रगयम् ।    सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं     रघुपतिप्रियभक्तं  वातजातं नमामि॥३॥ 🙏शांत, सनातन, अप्रमेय (प्रमाणों से परे), निष्पाप, मोक्षरूप, परमशांति देने व...