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दिसंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
 आज की सुबह लग रही कितनी प्यारी है सुनहरी धूप बिखरी क्यारी क्यारी है, दिसंबर की ठंड भी सूरज की किरणों से हारी है, चिड़ियों की बोली भी कह रही कहानी है  इस सर्दी में कितना अच्छा लग रहा ये गर्म पानी है, वाहनों का शोर भी लग रहा  जैसे कोई संगीत है , न जाने दिल क्यों आज इतना खुश है       धड़कने गा रही जैसे कोई गीत है।